हैदराबाद.
केंद्रीय गृहमंत्री पी चिदंबरम ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि
देश के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लश्करे तैयबा के
षड्यंत्र के सिलसिले में पाकिस्तान में दो लोग गिरफ्तार किए गए हैं। इससे
पता चलता है कि षड्यंत्र की कड़ियां पाकिस्तान से जुड़ी हैं।
आतंकी चुनौती के लिए तैयार: किसी प्रकार के ताजा आतंकी हमले की खुफिया
सूचना के बारे में उन्होंने कहा, ‘सुरक्षा बल काफी सतर्क हैं और किसी भी
हमले की चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं। ऐसे में कोई अलर्ट जारी करने
की जरूरत नहीं है।’ चिदंबरम ने आतंकियों के पाकिस्तान से संपर्क के बारे
में कहा, ‘पाकिस्तान से निश्चित रूप से संपर्क हैं। डेविड कोलमैन हैडली ने
कई बार पाकिस्तान की यात्रा की।
मेरा मानना है कि एफबीआई की सलाह पर दो या अधिक लोगों को पाकिस्तान में
गिरफ्तार किया गया है।’ एफबीआई द्वारा पिछले माह लश्कर के आतंकियों की
गिरफ्तारी के साथ महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाने का षड्यंत्र विफल कर
दिया गया था। माओवादी नेता किशनजी के बयान के बारे में पूछे जाने पर
चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं देखा है। इससे पहले, किशनजी
ने फोन पर दिए बयान में कहा था कि नक्सली संघर्ष विराम होने की शर्त पर
बातचीत करने को तैयार हैं।
राज्यों को देंगे हरसंभव मदद
गृहमंत्री ने हैदराबाद में पत्रकारों से कहा, ‘राज्य सरकारें नक्सलियों
के उपद्रवों से निपटने के लिए तमाम जरूरी उपाय कर रही हैं। जरूरत होने पर
केंद्र सरकार केंद्रीय अर्धसैनिक बल, खुफिया जानकारी और तकनीकी मदद उपलबध
कराती है। कानून व व्यवस्था के लिए राज्य पुलिस जिम्मेदार है। ऑपरेशन
ग्रीनहंट पूर्णत: मीडिया की उपज है।’