19 नवंबर, 2009
नई दिल्ली। भारत के सबसे धनाढय 100 लोगों में मुकेश अंबानी अव्वल नंबर पर हैं, जबकि महिलाओं में यह स्थान सावित्री जिंदल को मिला है।
फोब्र्स इंडिया की ओर से जारी अरबपतियों की यह सूची इस बात की गवाह है कि
आर्थिक क्षेत्र में तमाम मुश्किलों के बावजूद भारत तेजी से तरक्की के
रास्ते पर अग्रसर है। आर्थिक क्षेत्र में तमाम उठा-पटक के बावजूद भारत में
अरबपतियों की तादाद पहले के मुकाबले इस साल ज्यादा हो गई है। इस सूची से
यह साफ है कि देश को आर्थिक तरक्की के रास्ते पर ले जाने वाले इन दिग्गजों
ने पहले के मुकाबले खुद को और बेहतर साबित किया है और उनकी कमाई में
अच्छा-खासा इजाफा हुआ है। देश के सबसे धनाढय 100 लोगों की इस लिस्ट में
सबसे ऊपर रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी का नाम है।
पिछले साल के मुकाबले इनकी कमाई में 54 फीसदी का इजाफा हुआ है और इनके पास
32 अरब अमरीकी डॉलर की संपत्ति है। महत्वपूर्ण बात यह है कि फोब्र्स
इंडिया के 100 अमीरों की कुल कमाई देश की जीडीपी का एक चौथाई है। इस सूची
में कुल 6 महिलाएं हैं, जिनमें से एक टॉप दस में शामिल है।
फोब्र्स इंडिया की पिछली सूची के मुकाबले इस बार भारी उलटफेर तो नहीं है,
फिर भी कुछ चौंकाने वाले नतीजे जरूर आए हैं। देश के दूसरे सबसे अमीर शख्स
की गद्दी इस्पात किंग लक्ष्मी मित्तल को मिली है। इनकी कमाई 30 अरब अमरीकी
डॉलर आंकी गई है। अनिल अंबानी भारत के तीसरे सबसे अमीर हैं। उनके पास
साढ़े 17 अरब डॉलर की संपत्ति है। टॉप 10 में इस साल कोई ऊपर तो कोई नीचे
भी हुआ है। पिछले साल चौथे नंबर पर रहे भारती ग्रुप के सुनील मित्तल इस
बार सूची में 8वें नंबर पर खिसक गए हैं। उनका स्थान इस बार विप्रो के
मुखिया अजीम प्रेमजी को मिला है। प्रॉपर्टी के क्षेत्र में अव्वल दर्जा
हासिल डीएलएफ ग्रुप के चेयरमैन कुशलपाल सिंह को इस सूची में छठे नंबर
पहुंचा दिया है।
ओपी जिंदल ग्रुप की चेयरमैन सावित्री जिंदल देश की सबसे अमीर महिला है और
धनकुबेरों की सूची में उन्होंने सातवां मुकाम हासिल किया है। फोब्र्स
इंडिया ने कुमार बि़डला को 9वां सबसे धनाढय भारतीय माना है। पिछली बार टॉप
10 में जगह बनाने वाले आदि गोदरेज इस बार 12वें नंबर पर लुढ़क गए हैं। इस
सूची से यह तो साफ है कि मंदी की आंधी का भारत की अर्थव्यवस्था पर कोई खास
असर नहीं हुआ है। अमीरों की यह सूची दर्शाती है कि भारत की अर्थव्यवस्था
काफी मजबूत है। भारतीयों का बोलबाला
इस सूची में और भी कई चिलचस्प बातें हैं। इससे सिर्फ भारत के अमीरों की
संपत्ति के बारे में ही पता नहीं चलता बल्कि यह भी पता चलता है कि दुनिया
के दूसरे देशों के अमीरों के सामने भारत के धनकुबेर कहां ठहरते हैं। यह
सूची दूसरे देशों के अमीरों और भारत के धनकुबेरों के बीच के अंतर को भी
साफ करती है। भारत के सबसे अमीर 100 लोगों की कुल संपत्ति चीन के सबसे
अमीर 100 लोगों की संपत्ति से बहुत ज्यादा है।
भारत के तीन सबसे धनाढय लोगों की संपत्ति चीन के 24 सबसे अमीरों की
संपत्ति के बराबर है। इससे साफ है कि दुनिया के बाकी देशों के मुकाबले
भारत के धनकुबेर तरक्की के रास्ते पर ज्यादा तेजी से भाग रहे हैं। इस सूची
में 20वें नंबर पर सन टीवी, 20 टीवी चैनल और 46 एफएम रेडियो स्टेशन के
मुखिया कनानिधि मारन हैं। वह दक्षिण भारत में टेलीविजन किंग के नाम से
मशहूर हैं। बजाज ग्रुप के राहुल बजाज 32वें नंबर पर हैं।
इन्फोसिस टेक्नोलॉजी के नॉन एक्जीक्यूटिव चेयरमैन 38वें सबसे अमीर भारतीय
हैं। इन्फोसिस बोर्ड से बाहर हुए नंदन निलेकणी इस सूची में 43वां स्थान
प्राप्त करने में सफल हो गए। द किंग ऑफ गुड टाइम्स विजय माल्या के लिए
शायद वक्त उतना अच्छा नहीं रहा। घाटे में चल रहे किंगफिशर एयरलाइंस ने
अमीरों की सूची में उन्हें 60वें स्थान पर पहुंचा दिया है। कुछ वक्त
पायलटों की ह़डताल और घाटे से जूझने वाले जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल
अपना 75वां स्थान बरकरार रखा है। मध्यम वर्ग के भारतयों के घरों में बिग
बाजार के जरिए अपनी पहुंच बनाने वाले किशोर बियानी 79वें सबसे अमीर भारतीय
बन गए हैं। पैंटालून और बिग बाजार आज शहरों में आम आदमी के लिए
जाने-पहचाने ब्रांड हैं।
फोब्र्स इंडिया ने गुरूवार को भारत से सबसे धनाढय 100 लोगों की सूची जारी
की है। इसमें खास बात यह है कि यह सूची पहली बार भारत में ही तैयार हुई है।
|