कल
की सचिन तेंडुलकर की पारी को मैं हमेशा याद रखूंगा क्यांेकि यह अभी तक
उसके द्वारा खेली गई यादगार पारियों में से सबसे अधिक शानदार बन पड़ी है।
यह वाकई एक अद्भुत प्रदर्शन था और सचिन शुरु से ही पॉजिटिव लग रहा था।
अपने शॉट चयन में सचिन बिल्कुल शार्प था और आउट होने तक उसने कोई भी
गलती नहीं की। पूरी पारी के दौरान सचिन नपे-तुले जोखिम लेता रहा जो कि
बड़े टारगेट का पीछा करते समय एक स्वाभाविक सी बात है।
उसने प्रत्येक शॉट को बेहद सावधानी से खेला। हार के लिए मैं सचिन को
दोष नहीं दूंगा क्योंकि उसकी अद्भुत पारी ने ही भारतीय टीम को जीत के इतने
नजदीक लाकर खड़ा कर दिया था। इस मैच में दोनों ही टीमों ने अच्छा खेला।
बैटिंग के लिए यह उम्दा विकेट था। अब हम थके हुए से लेकिन प्रसन्नचित्त
गुवाहाटी पहुँच चुके हैं। हमारे कई खिलाड़ी युवा हैं जिन्होंेने साबित कर
दिया कि उनके भीतर मैच का रुख अपनी ओर मोड़ने की क्षमता है। गुवाहाटी में
जॉनसन भी टीम में शामिल होगा।